//Prabhas – Indian Actor / प्रभास
Prabhas biography in hindi

Prabhas – Indian Actor / प्रभास

Prabhas biography in hindi – तेलुगू सिनेमा को आज के समय में अगर किसी ने पहचान दिलवाई है तो वह है बाहुबली के एक्टर “प्रभास” और बाहुबली के ही डायरेक्टर “एस एस राजामौली” ने। क्योंकि इन्हीं दोनों के मेहनत के वजह से ही बाहुबली जैसी सुपरहिट फिल्म बन सकी , जिसने विश्व स्तरीय स्तर पर बहुत सारे रिकॉर्ड बनाएं।

प्रभास जोकि तेलुगू फिल्मों की वजह से साउथ इंडिया में तो पहले से ही मशहूर थे लेकिन बाहुबली के रिलीज होने के बाद से उनकी लोकप्रियता न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में हो चुकी है। इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत ही कड़ी मेहनत की और उन्हें शुरुआती समय में बहुत असफलता का सामना भी करना पड़ा। लेकिन हार ना मानते हुए उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर करोड़ों लोगों में अपनी पहचान बनाई।

प्रभास कभी भी एक्टर नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। लेकिन जो किस्मत में होता है वही होता है। वह साउथ के सुपरस्टार बन गए। इन्हें साउथ में कई निकनेम सिर्फ बनाया जाता है इसमें फैंस उन्हें प्यार से “डार्लिंग” कहते हैं क्योंकि प्रभात सभी से, चाहे डायरेक्टर हो, चाहे उनको चाहने वाले लोग, सभी से सुभास बड़ी शालीनता से पेश आते हैं। प्रभास की “डार्लिंग” फिल्म ने तो इन्हें इस नाम का परमानेंट टैग दे दिया। प्रभास के लिए एक इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी से लेकर टॉलीवुड तक का सफर और बाहुबली जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म का सफर इतना आसान भी नहीं था।

“वेंकट सत्यनारायण प्रभास राजू पल पति” का जन्म 23 अक्टूबर 1979 तमिलनाडु के “मदुरै” शहर में हुआ। उनके पिता का नाम उपकुलपति “सूर्यनारायण राजू” है जो कि एक फिल्म प्रोड्यूसर है। और उनकी मां का नाम “शिवा कुमारी” है। इसके अलावा प्रभात के एक बड़े भाई “प्रमोद” और बड़ी बहन “प्रगति” भी है। उनके अंकल “कृष्णम राजू” भी तेलुगू सिनेमा के एक जाने-माने एक्टर रहे चुके हैं। शायद अपने अंकल से प्रभावित होकर प्रभास के अंदर एक्टिंग करने की इच्छा पैदा हुई।

प्रभास ने अपने स्कूल की पढ़ाई “DNR स्कूल” से की। बचपन से ही उन्हें एक्टिंग का काफी शौक था। सुभास “श्री चैतन्य कॉलेज हैदराबाद” से बीटेक की डिग्री लेने के बाद एक्टिंग सीखने के लिए “ड्रामा स्कूल” चले गए। जहां पर उन्होंने अपने एक्टिंग की स्किल्स मे और भी सुधार किया और काफी कड़ी मेहनत के बाद वह एक्टर बनने के लिए तैयार हो चुके थे।

साल 2002 में प्रभास ने “ईश्वर” नाम की फिल्म से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था। दुर्भाग्य से यह फिल्म बहुत ही बुरी तरह से फ्लॉप हो गई और इस फिल्म की तरह ही प्रभास की कई सारी शुरुआती फिल्में Raghavendra, Varsham, AdaviRaamudu और Chakram फ्लॉप होती रही। हालांकि हार ना मानते हुए प्रभास अपनी एक्टिंग मे और भी सुधार करते रहे।

2005 में उनके टैलेंट को मशहूर डायरेक्टर “राजामौली” ने पहचाना। जिन्होंने प्रभास को अपनी फिल्म “छत्रपति” के लिए साइन किया और लोगों की उम्मीद के हिसाब से यह फिल्म बहुत ही हिट फिल्म साबित हुई। और इस मूवी में की गई अपनी शानदार एक्टिंग से प्रभास की ओर बड़े-बड़े डायरेक्टर का ध्यान आकर्षित हुआ। फिर इस फिल्म के बाद से प्रभास Pournami, Yogi, Munna, Ek Niranjan, Darling, Mr.Perfect, Rebel औरMirchi मिर्च जैसी बहुत सारी फिल्मों में नजर आए और इनमें से ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भी सफल रही। साथी “मिर्ची” फिल्म के लिए प्रभास को “Nandi Award For Best Actor” मिला।

टॉलीवुड एक्टर के तौर पर प्रभाव से स्टार बन चुके थे। जो भी लोग टॉलीवुड फिल्में देखना पसंद करते हैं उनमें काफी मशहूर हो चुके थे। बहुत सारे दर्शक ऐसे थे जो कि हिंदी डब्ड टॉलीवुड फिल्में देखना पसंद नहीं करती थी। राजामौली के सुपरहिट फिल्म “बाहुबली” से प्रभास ने इन दर्शकों में भी अपनी पहचान बनाई । बाहुबली के दोनों फिल्में यानी कि “बाहुबली द बिगिनिंग” और “बाहुबली टू द कन्फ्यूजन” में अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ने के लिए प्रभास ने 5 सालों तक जी तोड़ मेहनत की। इस फिल्म के बाद से प्रभात ने ना केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। और बाहुबली के आने के बाद से प्रभास इतने मशहूर हो चुके थे कि लंदन के “Madame Tussauds Museum” में उनका “Wax Statue” बनाया गया। और इस तरह से वह पहले तेलुगू एक्टर बने जिनका सम्मान “मोम की मूर्ति” बनाकर किया गया। 300 करोड़ के बजट के साथ बनी प्रभास की “SAAHO” फिल्म भी ब्लॉकबस्टर साबित हुई। किसी ने सही कहा है —
” हार मानो नहीं तो कोशिश बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।”