//Rajkummar Rao – Indian Actor / राजकुमार राव
Rajkummar Rao biography in hindi

Rajkummar Rao – Indian Actor / राजकुमार राव

Rajkummar Rao biography in hindi – राजकुमार राव बॉलीवुड के उन कलाकारों में से एक हैं जिन्होंने अपने व्यक्तित्व के हिसाब से बेहद कुशलता के साथ इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान बनाई है। आज वह जो कुछ भी हैं उसके पीछे इनकी कड़ी मेहनत और लगन है। इन्होंने सभी संघर्षरत लोगों को साबित किया है कि अगर आप में काबिलियत है तो बॉलीवुड आपको खुली बाहों से अपनाने आगे आएगा।

ऐसा कहा जाता है कि अगर बॉलीवुड में कुछ बड़ा करना हो तो इस इंडस्ट्री में आपकी अच्छी जान पहचान (Connection) जरूर होनी चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी मेहनत और हुनर के दम पर इस धारणा को गलत साबित करने की ताकत रखते हैं। राजकुमार राव ऐसे ही शानदार अभिनेता है जिन्होंने इस धारणा को गलत साबित किया है साथ अपने खुद के हुनर के दम पर उनके लाखों नहीं बल्कि करोड़ों चाहने वाले हैं।

भारतीय अभिनेता राजकुमार राव का जन्म बहुत ही साधारण परिवार में हुआ। इनका असली नाम “राजकुमार यादव” है। इनके पिता का नाम “सतपाल यादव” है, जो पेशे से एक सरकारी अधिकारी थे। उनकी मां का नाम “कमलेश यादव” भाई “अमित” और बहन “मोनिका” है। बहन मोनिका और भाई अमित फिल्मी लाइमलाइट से दूर रहते हैं।

राजकुमार राव का जन्म 31 अगस्त 1984 को गुड़गांव के एक बड़े से संयुक्त परिवार में हुआ था। उन्हें शुरू से ही फिल्में देखना बहुत पसंद था। खासकर छुट्टी के दिन वे सभी लोग एक साथ बैठकर VCR पर फिल्में देखना पसंद करते थे। इसी वजह से राजकुमार को शुरू से फिल्मी दुनिया में जाने का, मानो भूत सा चढ़ गया और वह अक्सर बचपन से ही अलग-अलग अभिनेता की आवाज निकालने की कोशिश किया करते थे ।

उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई “ब्लू बेल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल” से की। क्लास 10th में आते आते उन्होंने पूरी तरह से निश्चय कर लिया कि उन्हें एक्टिंग में ही अपना करियर बनाना है। दरअसल राजकुमार राव उस समय शाहरुख खान से बहुत ही प्रभावित थे। उनका मानना था कि जब शाहरुख खान बिना किसी जान पहचान के फिल्मी दुनिया पर राज कर सकते हैं तो वह क्यों नहीं कर सकते । इसी सोच के साथ वह आगे बढ़ते रहे और फिर आगे चलकर उन्होंने “आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज” से आर्ट की डिग्री ली और साथ ही साथ वह अपनी एक्टिंग में और अधिक सुधार करने के लिए दिल्ली में “Kshitij Repertory” और “Shri Ram Centre” जैसे कई अलग-अलग थिएटर में भी काम करते रहें। उस समय राजकुमार राव प्रतिदिन गुड़गांव से बस पकड़ कर दिल्ली जाया करते थे और कॉलेज खत्म करने के बाद थिएटर जाने पर उन्हें वापस लौटते समय रात के 11 या 12 बज जाया करते थे। इस तरह उन्होंने अपनी एक्टिंग को खुद की मेहनत और लगन के दम पर सुधारा।

राजकुमार बताते हैं कि वह गुड़गांव से दिल्ली के सफर में अलग-अलग तरह के लोगों को देखते और उनसे सीखने की कोशिश करते थे और शायद यही वजह है कि आज हमें उनकी एक्टिंग बहुत ही रियलिस्टिक लगती है। हालांकि दिल्ली के थिएटर में काम करने के बाद भी उन्होंने अपनी एक्टिंग में सुधार करना जारी रखा और ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद पुणे के “फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया” से भी उन्होंने एक्टिंग सीखी। आखिरकार पूरे विश्वास के साथ वह सपनों के शहर मुंबई शिफ्ट हो गये। हालांकि मुंबई में उन्हें कई महीनों तक कोई भी रोल नहीं मिल सका और हर जगह उन्हें निराशा ही हाथ लगी। वह एक कास्टिंग डायरेक्टर से दूसरे तक जाते रहे लेकिन 1 साल 6 महीने गुजरने के बाद भी उन्हें कोई भी काम नहीं मिल सका। हालांकि राजकुमार ने कभी भी हार नहीं मानी और अपना काम करते रहे।

2010 में “RANN” नाम की एक फिल्म में उन्हें बहुत ही छोटा सा “न्यूजरीडर” का रोल मिला। हालांकि उनकी काबिलियत के हिसाब से तो बहुत कम था लेकिन कहीं ना कहीं उनके करियर की शुरुआत हो गई थी। फिर इस फिल्म के बाद से राजकुमार राव ने “दिवाकर बनर्जी” का एक विज्ञापन देखा जिसमें लिखा हुआ था कि उन्हें “एक नए एक्टर” की जरूरत है। इसको देखने के बाद वह, वहां तुरंत ऑडिशन देने के लिए पहुंच गए। उनकी प्रतिभा को देखकर उन्हें तुरंत ही फिल्म में ले लिया गया और इस फिल्म का नाम “लव सेक्स और धोखा” था। फिल्म रिलीज होने के बाद से लोगों ने राजकुमार की एक्टिंग को खूब सराहा और अब धीरे-धीरे राजकुमार लोगों की नजरों में आने शुरू हो गए थे। और फिर उन्होंने “Ragini.mms” फिल्म मे अपनी शानदार एक्टिंग की। फिर इसके बाद से उन्हें Gangs Of Wasseypur-2, Talaash, Kaipoche, Shahid Queen, City Lights, Aligarh, Trapped , Newton, Stree जैसी और भी शानदार फिल्मों में काम मिलता गया। फिल्मों में भी अपने हर किरदार से उन्होंनेे सभी का दिल जीता। कमाल की अदाकारी के लिए राजकुमार राव को 3 “फिल्म फेयर अवॉर्ड” और एक “नेशनल फिल्म अवार्ड” की तरह उन्हें कई सारे अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

राजकुमार राव ने अपने मेहनत और लगन से इस धारणा को गलत साबित किया है कि फिल्मी दुनिया में कुछ बड़ा करने के लिए आपकी पहचान होने जरूरी है क्योंकि एक मध्यमवर्गीय परिवार के लड़के ने खुद के हुनर, मेहनत और संघर्ष के दम पर लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है ।