First woman president of India – भारतवर्ष की भूमि महापुरुषों की भूमि है, परंतु यहां की स्त्रियां भी किसी भी क्षेत्र में, पुरुषों से पीछे नहीं है। भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री का गौरव यदि श्रीमती इंदिरा गांधी को प्राप्त हुआ तो पहली महिला राष्ट्रपति बनने का गौरव श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को प्राप्त हुआ है (First woman president of India)। श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल एक भारतीय राजनीतिज्ञ है।
2019 में प्रतिभा देवी पाटिल (Pratibha Devisingh Patil) को मेक्सिको का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “Order of Aztec Eagle” से सम्मानित किया गया। प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 में महाराष्ट्र के जलगांव जिले के “नंद गांव” में हुआ था। इनके पिता का नाम “नारायण राव पाटिल” है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा “R R विद्यालय” से हुई। प्रतिभा पाटिल जी ने राजनीति विज्ञान व अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर किया। प्रतिभा पाटिल जी ने “Pune University” से कानून में स्नातक कर, नंद गांव जिला न्यायालय में कानून का अभ्यास किया। प्रतिभा पाटिल जी का राजनीतिक जीवन 27 वर्ष की अल्पायु में ही आरंभ हो गया था।
7 जुलाई 1965 को प्रतिभा पाटिल जी (First woman president of India) का विवाह देवी सिंह शेखावत से हुआ। उसके बाद उनका नाम श्री मती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल हो गया और वे एक राजपूत परिवार का हिस्सा बन गई। डॉ देवी लाल शेखावत भी राजनीतिज्ञ है। उन्होंने 1972 में मुंबई यूनिवर्सिटी से “पी एच डी” (PhD) की डिग्री प्राप्त की । देवी सिंह जी अमरावती के “मेयर” भी रह चुके हैं। प्रतिभा पाटिल और देवी सिंह जी के दो बच्चे हैं। पुत्री का नाम “ज्योति राठौर” और पुत्र का नाम “रामेंद्र सिंह” है।
राजेंद्र सिंह शेखावत उर्फ रावसाहेब शेखावत महाराष्ट्र के जाने-माने राजनेता है। राजेंद्र सिंह शेखावत महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। इन्होंने 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, अमरावती विधानसभा सीट से 5614 मतों से जीत हासिल की और अमरावती के M L A बने। राजेंद्र सिंह शेखावत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के जाने-माने नेता है।
प्रतिभा पाटिल जी (Pratibha Devisingh Patil) ने भारतीय राजनीति में अनेक बड़े-बड़े पदों पर कार्य किया है :–
- 1962 से 1985 तक महाराष्ट्र विधानसभा में लगातार विधायक बनती रही
- 1967 से 1972 तक महाराष्ट्र सरकार में उप मंत्री रही
- 1972 से 1974 तक महाराष्ट्र की समाज कल्याण मंत्री रही
- 1974 से 1975 तक महाराष्ट्र जन स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री रही
- 1975 से 1976 तक संस्कृत एवं पुनर्वास मंत्री रही 1977 से 1978 तक महाराष्ट्र शिक्षा मंत्री के पदों पर प्रतिभा पाटिल जी ने कार्य किया
- 1979 से फरवरी 1980 तक महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर कार्य किया
- 1982 से 1983 तक नगरीय विकास एवं आवास मंत्री
- 1983 से 1985 तक खाद्य एवं सम्मान समाज कल्याण मंत्री के पद पर भी उन्होंने अपने कार्य को किया।
- 5 जुलाई 1985 से 2 अप्रैल 1990 तक राज्यसभा की सदस्य रही।
- 1986 से 5 नवंबर 1988 तक राज्यसभा में उपसभापति रही
- 1986 से 1988 तक राज्य की विशेषाधिकार समिति की सभापति रही
- 1990 में 10 वीं लोकसभा तथा 1991 में गृह समिति की सभापति रही
- 8 नवंबर 2004 से 23 जून 2007 तक राजस्थान की राज्यपाल के पद पर प्रतिभा पाटिल जी ने कार्य किया तथा
- 25 जुलाई 2007 को श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल देश की पहली “महिला राष्ट्रपति” बनी और 25 जुलाई 2012 तक कार्यभार संभाला।
राष्ट्रपति पद संभालने के बाद अपने प्रथम भाषण में श्रीमती प्रतिभा पाटिल (Pratibha Devisingh Patil) ने बच्चों तथा स्त्रियों के अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए “आधुनिक शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं” को व्यापक बनाने की आवश्यकता जताई। उनका बस एक ही सपना है कि भारत बहुमुखी विकास करें तथा पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर रहे।
इस प्रकार श्रीमती प्रतिभा देवी जी ने, पाटिल परिवार में जन्म लेकर और राजपूत परिवार की बहू के रूप में, अपने संपूर्ण जीवन काल में देश की सेवा में लगी रही।
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