शाहरुख खान की जीवनी – Sharukh Khan biography in hindi – मशहूर एक्टर शाहरुख खान अपने शानदार एक्टिंग की बदौलत भारत के सिनेमा जगत में दशकों से राज कर रहे है वह लोगों में अपने रोमांटिक रोल के लिए पहचाने जाते हैं। जिन्हें उनकी काबिलियत की वजह से “किंग आफ बॉलीवुड” भी कहा जाता है। एक समय ऐसा था दिल्ली का यह आम लड़का जिसको ना कोई जानता था न पहचानता था और आज इतना मशहूर हो चुका है इस भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उनके एक्टिंग का लोहा माना जाता है। शाहरुख खान 80 से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं और अब तक वह 14 “फिल्म फेयर अवार्ड” भी जीत चुके हैं।
शाहरुख खान का जन्म 2 नवंबर 1965 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम “मीर ताज मोहम्मद” था जोकि एक स्वतंत्रता सेनानी थे और उनकी मां का नाम “लतीफ फातिमा” था।
भारत-पाकिस्तान के अलग होने से पहले उनका परिवार पेशावर में रहता था, लेकिन 1948 में जब भारत पाकिस्तान का विभाजन हुआ तो उनके पिता अपने परिवार को लेकर दिल्ली में आकर बस गए। शाहरुख खान का बचपन दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में बीता में जहां उनका परिवार एक किराए के मकान में रहता था और उनके पिता रेस्टोरेंट चलाया करते थे। शाहरुख खान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के “सेंट कोलंबिया स्कूल” से की। पढ़ाई में अच्छे होने की वजह से उन्होंने स्कूल का सबसे बड़ा अवार्ड “SWORD OF HONOUR” भी जीता था।
16 साल की उम्र में शाहरुख के जीवन में एक दुखद पल तब आया जब उनके पिता की मृत्यु हो गई हालांकि इतनी कम उम्र में पिता को खोने के बाद भी शाहरुख के अंदर परेशानियों से लड़ने का जज्बा कभी भी खत्म नहीं हुआ। उन्होंने 1985 में “हंसराज कॉलेज” में एडमिशन ले लिया, जहां पर उन्होंने एक थिएटर ग्रुप ज्वाइन किया और उस ग्रुप में रहते हुए “Barry John” के अंतर्गत शाहरुख खान ने एक्टिंग सीखी। इसके बाद शाहरुख खान ने “MASS COMMUNICATIONS” में मास्टर डिग्री लेने का फैसला किया लेकिन एक्टिंग के लिए पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। फिर इसी बीच उन्होंने “नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा” में भी एडमिशन लिया। यहां पर भी वह एक्टिंग के गुण सीखते रहे। शाहरुख खान का पहला रोल “लेख टंडन” के टीवी सीरीज “दिल दरिया” में था। लेकिन कुछ प्रोडक्शन परेशानियों के चलते यह टीवी सीरीज एक साल के बाद रिलीज हुआ और इसी बीच शाहरुख खान ने “फौजी” नाम की किस सीरियल में काम कर लिया था। इसके बाद उन्होंने कई और टीवी सीरीज जैसे सर्कस, वागले की दुनिया, इडियट और उम्मीद में काम किया।
1991 में उन्होंने अपनी प्रेमिका “गौरी” के साथ शादी कर ली। गौरी और शाहरुख के बीच पिछले कई सालों से प्रेम संबंध थे। लेकिन बहुत सारी रुकावट और परेशानियों का सामना करने के बाद यह रिश्ता संभव हो पाया था। दुर्भाग्यवश 1991 में शाहरुख खान ने अपनी मां को भी खो दिया और इस दुख को भुलाने के लिए वह मुंबई चले गए और अपने आप को एक्टिंग में पूरी तरीके से लगा दिया। मुंबई जाकर उनकी किस्मत ने भी उनका साथ दिया और उनकी एक्टिंग को देखते हुए उन्हें कई सारे फिल्मों में काम करने को मिल गया। सबसे पहले उन्हें हेमा मालिनी के डायरेक्शन में “दिल आशना है” नाम के एक फिल्म में साइन किया गया।
1992 में रिलीज हुई दीवाना फिल्म शाहरुख खान की डेब्यू फिल्म बनी। इस फिल्म में उनके साथ उस समय के स्टार एक्टर “ऋषि कपूर” ने भी काम किया था। दीवाना बॉक्स ऑफिस पर एक हिट फिल्म साबित हुई और इस फिल्म ने शाहरुख खान के बॉलीवुड करियर को एक अच्छी शुरुआत दी। इस फिल्म के लिए उन्हें “Film Are Best Male Award” से नवाजा गया। 1992 मे इसके अलावा उनकी और तीन फिल्में आई “चमत्कार”, “दिल आशना है” और “राजू बन गया जेंटलमैन”। 1993 में शाहरुख ख़ान ने अपने लीक से हटकर रोल किए। इसी साल उनकी दो और फिल्म “डर” और “बाजीगर” आई , जिसमें वह हीरो की जगह विलेन की भूमिका निभाते नजर आए और लोगों ने भी उनकी एक्टिंग की खूब पसंद किया। बाजीगर में उनके अलग किरदार और शानदार एक्टिंग की वजह से उनको “फिल्म फेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्टर” मिला।
इस तरह से बॉलीवुड में कदम रख कर सिर्फ दो साल के अंदर ही शाहरुख खान ने अपनी एक्टिंग के जरिए पूरी दुनिया में लोहा मनवाया और फिर आगे भी शाहरुख खान कई सारे फिल्मों में विलेन का किरदार किया। कोई भी एक्टर अपनी शुरुआती समय में विलेन वाले किरदार करने से बचता है परंतु शाहरुख खान उनके बिल्कुल विपरीत काम कर रहे थे और वह हर चैलेंजिंग रोल को करके लोगों के बीच मशहूर होते जा रहे थे। 1995 में शाहरुख खान ने कुल 7 फिल्मों में काम किया। जिसमें से उनके सफल फिल्म “करन अर्जुन” और “दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे” शामिल थी। यही वह फिल्म थी जिसके बाद से लोगों में शाहरुख खान की एक रोमांटिक हीरो की छवि बन गई। इस फिल्म ने कुल 10 फिल्म फेयर अवार्ड जीते थे। जिसमें कि शाहरुख खान को दूसरी बार “बेस्ट एक्टर” का अवार्ड भी मिला। इसके बाद से शाहरूख ने अलग-अलग फिल्मों में अहम भूमिका निभाई और 1998 में करण जौहर के डायरेक्शन में आई फिल्म “कभी खुशी कभी गम” में एक्टिंग के लिए उन्हें एक बार फिर से “फिल्म फेयर बेस्ट एक्टर का अवार्ड” से सम्मानित किया गया मिला। शाहरुख खान ने 14 Filmfare Award जीते । शाहरुख खान बहुत सारी फिल्मों में काम करते रहे जिसमें से कुछ सुपरहिट रही तो कुछ फ्लॉप भी रही।
1999 में शाहरुख खान ने जूही चावला के साथ एक “प्रोडक्शन हाउस” खोला और इस तरह से वह एक प्रोड्यूसर भी बने। उनके प्रोडक्शन हाउस द्वारा बनाई गई पहली फिल्म ” फिर भी दिल है हिंदुस्तानी” बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली। इसके बाद 2001 में शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस की दूसरी फिल्म “अशोका” भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई और इस तरह सफल एक्टर रहे शाहरुख खान प्रोड्यूसर के तौर पर सफल रहने में नाकाम रहे थे।
2001 दिसंबर में उनको “शक्ति द पावर” फिल्म की शूटिंग के दौरान बीच में चोट लग गई और उसी की वजह से उनकी पीठ में दर्द रहने लगा था। जब इसका इलाज भारत में ना हो सका तो शाहरुख खान ने लंदन में जाकर इलाज करवाया। फिर भारत वापसी के बाद उन्होंने फिल्मों में कम काम करने का निर्णय लिया। हालांकि शाहरुख खान ने “मोहब्बतें” “कभी खुशी कभी गम” और “देवदास” जैसे लगातार कई सारी सुपरहिट फिल्म की। फिर उन्होंने स्वदेश, वीर जारा, पहेली, डॉन, चक दे इंडिया, माय नेम इज खान, रावण, चेन्नई एक्सप्रेस और हैप्पी न्यू ईयर की तरह ही बहुत सारी हिट फिल्मों में काम किया।
शाहरुख खान एक्टर होने के साथ-साथ एक बिजनेसमैन भी है। वह “रेड चिलीज एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन कंपनी” के मालिक हैं। साथ ही शाहरुख खान जूही चावला और उनके पति के साथ पार्टनरशिप में आईपीएल की टीम “कोलकाता नाइट राइडर्स” के मालिक है। फिलहाल शाहरुख की कुल संपत्ति करीब 5000 करोड़ के आसपास है शाहरुख खान की गिनती दुनिया के सबसे अमीर एक्टर में की जाती है।