स्मृति ईरानी जीवनी Smriti Irani biography in hindi – स्मृति ईरानी एक ऐसा नाम जिसको हर एक व्यक्ति जानता है, चाहे वह बात फिल्मों की रही हो, चाहे वह बात छोटे पर्दे पर काम करने की, चाहे वह बात राजनीति रही हो या सरकार में मंत्री बनने की, चाहे बात लोकसभा में अपने जोशीले भाषणों से जनता को मोहित करने वाली रही हो या अमेठी में कार्यकर्ताओं के बीच काम कर राहुल गांधी को शिकस्त करने की, स्मृति ईरानी ने हर जगह जोरदार परफॉर्मेंस दी और वह किसी परिचय की मोहताज नहीं है। एक समय में नरेंद्र मोदी सरकार में सबसे कम उम्र की मंत्री स्मृति ईरानी, आज राजनीति मे एक जाना पहचाना नाम है। टीवी की दुनिया और अब राजनीति में स्मृति ईरानी ने अपना मुकाम हासिल किया। मॉडलिंग से अभिनय और अभिनय से राजनीति की दुनिया में आने वाली स्मृति ईरानी ने बहुत कम उम्र में ही अपना काम शुरू कर दिया था। स्मृति ईरानी ने एक लंबा सफर तय किया है। वह इस वक्त मोदी सरकार में मंत्री हैं। राजनीति में आने के बाद स्मृति ईरानी ने भले ही टीवी की दुनिया को अलविदा कह दिया परंतु उनके अभिनय की आज भी लोग दिल से प्रशंसा करते हैं।
स्मृति ईरानी का जन्मदिन 23 मार्च को पड़ता है आज स्मृति जिस मुकाम पर हैं उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था और एक साधारण से परिवार से आने वाली लड़की के लिए इतनी कम उम्र में इतनी ऊंची मुकाम हासिल करना लगभग असंभव सा है।
स्मृति का जन्म 23 मार्च 1976 को दिल्ली में हुआ था। स्मृति ईरानी तीन बहनों में सबसे बड़ी है। स्मृति ने होली चाइल्ड स्कूल से 12वीं क्लास तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने “स्कूल ऑफ लर्निंग पत्राचार दिल्ली विश्वविद्यालय” में दाखिला लिया। स्मृति ईरानी ने सौंदर्य प्रसाधनों के प्रचार से लेकर मिस इंडिया प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया। 1998 मे स्मृति ईरानी ने मिस इंडिया प्रेजेंट फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। वह मिका सिंह के एल्बम सावन में लग गई आग के गाने “बोलिया” मे परफॉर्म करती दिखाई दी। खास बात क्या है कि स्मृति ईरानी मॉडलिंग में आने से पहले मैकडॉनल्ड्स में भी काम कर चुकी है। इनके राजनीति में आने के बाद स्मृति ईरानी की मैकडोनेल में काम करते हुए कई तस्वीरें भी वायरल हुई थी।
साल 2000 में स्मृति ने सीरियल “आतिश” और “हम है आज और कल” से छोटे पर्दे पर एंट्री की और दोनों ही सीरियल स्टार प्लस पर प्रसारित होते थे। उन्हें पहचान एकता कपूर के शो “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” से मिली। “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” टीवी सीरियल से स्मृति ईरानी ने घर घर में लोकप्रियता हासिल की थी। महिलाएं यह सीरियल देखने के लिए अपना सारा काम छोड़कर टेलीविजन स्क्रीन पर चिपकी रहती थी। स्मृति ईरानी सीरियल के माध्यम से लोगों के घर-घर तक पहुंच गई और इस सीरियल ने स्मृति ईरानी को एक अलग पहचान दिलाई।
स्मृति ईरानी को पहले एकता कपूर की टीम ने रिजेक्ट कर दिया था। स्मृति ईरानी ने यह खुलासा करते हुए बताया था कि मैं 20 साल तक टीवी से जुड़ी रही, इसने मुझे इंडियन पॉलिटिक्स में जाने का प्लेटफार्म दिया है और मैं इसके लिए हमेशा टीवी की आभारी रहूंगी। इसके अलावा एकता कपूर ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। मैं तो टीवी के लिए फिट भी नहीं थी। टीम के रिजेक्ट करने के बावजूद एकता ने मुझे “सास भी कभी बहू थी” शो के लिए सिलेक्ट किया।
स्मृति को 5 इंडियन टेलिविजन अकैडमी अवॉर्ड, 4 इंडियन टेली अवॉर्ड्स और 8 स्टार परिवार अवार्ड मिले थे। इसके अलावा स्मृति ने 2001 में पौराणिक सीरियल रामायण में सीता का किरदार भी निभाया था और विरुद्ध, तीन बहू रानियां और एक थी नायिका जैसे कई सीरियल में भी काम किया। सन् 2001 में उन्होंने जुबिन ईरानी से शादी कर ली और स्मृति ईरानी, स्मृति जुबिन ईरानी बन गई। उनके शादी को लेकर स्मृति ईरानी पर कुछ इल्जाम है। स्मृति ईरानी अपने पति की दूसरी पत्नी है। जुबिन की पहली पत्नी का नाम “मोना” था और मोना स्मृति की सहेली रही है। लोगों का ऐसा कहना है कि स्मृति ईरानी ने मोना के साथ छल करके, उनके पति को अपने प्रेम जाल में फांस लिया और उनके पति से शादी कर ली। जुबीन और मोना के अलग होने के बाद जब जुबिन ने स्मृति से शादी की थी। उनके एक बेटा और एक बेटी है। इसके अलावा स्मृति की एक सौतेली बेटी “शानील” भी है शानील जुबीन की पहली पत्नी मोना की बेटी है।
साल 2003 में स्मृति ईरानी भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी है और उन्होंने टीवी की दुनिया से किनारा कर लिया। स्मृति ईरानी सन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री बनी और उनको “मानव संसाधन विकास मंत्रालय” जैसा भारी-भरकम मंत्रालय दिया गया। जिसको लेकर कई सारे लोगों ने उनकी काफी आलोचना की। साल 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार दोबारा बनने के बाद स्मृति ईरानी को फिर से कैबिनेट मंत्री बनने का अवसर मिला। साल 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी को अमेठी के लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी। राहुल गांधी को हराने के बाद स्मृति ईरानी का कद और भी ऊपर चला गया। वह लोकसभा में अपने जोशीले भाषणों और अपने जवाब देने की शैली के कारण जानी जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार स्मृति ईरानी की तारीफ की है। इसके अलावा स्मृति ईरानी अपनी सटीक भाषा शैली और लच्छेदार भाषणों के लिए भी जानी जाती है।
स्मृति ईरानी एक ऐसी लड़की है जिन्होंने अपने बल पर अपना मुकाम हासिल किया और मैकडॉनल्ड्स से एक छोटी नौकरी करने के बाद वह देश की केंद्रीय सरकार में कैबिनेट मंत्री के ऊंचे पद तक पहुंच गई।