Anne Frank diary biography –
ऐनी फ्रैंक ने महज 15 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। वह “Holocaust में मारे गए यहूदियों में से एक थी। ऐनी जो कि एक यहूदी लड़की थी, उसने एक डायरी लिखी थी जो बीसवीं शताब्दी की सबसे महान किताबों में से एक मानी जाती है। उनकी यह डायरी “Nazi” द्वारा “यहूदियों” पर किए गए अत्याचारों का जीता जागता सबूत है।
- एनी का जन्म जर्मनी में हुआ था। जब एनी 4 वर्ष की थी तब जर्मनी पर Nazi का नियंत्रण हो गया था। Nazi से बचने के लिए फ्रैंक परिवार जर्मनी छोड़कर नीदरलैंड आ गए लेकिन Nazi ने नीदरलैंड पर हमला करके वहां पर भी अपना कब्जा कर लिया। नीदरलैंड में सब यहूदी वहां फस चुके थे। Nazi यहूदियों को ढूंढ ढूंढ कर “Concentration Camp” भेज रहे थे।
- उसी दौरान फ्रैंक परिवार ने वहां पर छिपने का निर्णय किया और वे सब एक बिल्डिंग के अंदर छुप गए। उस अपार्टमेंट का नाम “Secret Annex” था। Secret Annex में इनके साथ चार और यहूदी छिपे हुए थे।
- Secret Annex मे छिपने से 24 दिन पहले ही एनी 13 साल की हुई थी। उनके पिता ने उन्हें उपहार में एक डायरी दी थी। 6 जुलाई 1942 को एनी और उसका परिवार Secret Annex मे छिपा था। यहां उन्होंने 2 वर्ष 35 दिन बिताए। इन्हीं 2 वर्ष के दौरान एनी ने अपनी डायरी लिखी थी।
- 4 अगस्त 1944 को Nazi ने Secret Annex छिपी फ्रैंक फैमिली को ढूंढ लिया और उन्हें “Auschwitz Concentration” मे भेज दिया| यहां पहुंचने पर पुरुषों और महिलाओं को ,बच्चों से एकदम अलग कर दिया जाता था। एनी के पिता जल्द ही अपने परिवार से अलग हो गए लेकिन एनी, उसकी बड़ी बहन और मां काफी समय तक कैंप मेंं इकट्ठे रहे। वहां उनसे काफी मुश्किल काम करवाया गया। कुछ समय बाद ऐनी फ्रैंक व उसकी बहन को, मां से अलग कर दिया गया और दोनों बहनों को “Bergen Belsen Concentration Camp” मे भेज दिया गया। जहां पर दोनों की मृत्यु हुई।
- आज तक पता नहीं चल पाया कि वह कौन शख्स था जिसने एनी व उसके परिवार के साथ विश्वासघात किया था। वह शख्स जानता था कि एनी और उसका परिवार कहां छिपा है। उसने ही जर्मन अथॉरिटी को उनके छिपे होने की खबर दी थी।
- वह Nazi अफसर जिसने एनी और उसके परिवार को Secret Annex से गिरफ्तार किया था उसका नाम “Karl Silberbaver” था। जब द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ तब उसनेे यह स्वीकारा था कि उसने एनी की किताब इस आशा के साथ खरीदी थी की एनी ने अपनी किताब में उसका नाम शामिल किया हो गा लेकिन “Karl” को मायूस होना पड़ा।
- जब Karl ने “Secret Annex” पर धावा बोला और फ्रैंक परिवार का सारा कीमती सामान व पैसा जप्त कर लिया। लेकिन कुछ पेपर और नोटबुक को गैर जरूरी समझते हुए जमीन पर फेंक दिया। उसमें एनी फ्रैंक की डायरी भी थी। बाद में जब एनी की डायरी छपी तब एक रिपोर्टर ने उनसे से पूछा कि क्या आपने एनी की किताब पढ़ी है तो रिपोर्टर ने कहा कि हां एक हफ्ता पहले ही मैंने उस किताब को खरीदा था। रिपोर्टर ने कहा कि आप उसे पढ़ने वाले पहले व्यक्ति बन सकते थे। इस पर Karl ने हंसते हुए जवाब दिया कि– काश मुझे उस diary को जमीन से उठा लेना चाहिए था।
- जब एनी की डायरी छपी तब हजारों लोग उस जगह को देखने जाने लगे जहां एनी और उसके परिवार ने छिप कर अपना समय बिताया था। 1960 में उस पूरी बिल्डिंग को एक म्यूजियम के रूप में बदल दिया गया। अब उसे “Anne frank house” कहा जाता है। आज भी हर वर्ष लाखों लोग म्यूजियम को देखने आते हैं।
- सभी 8 लोग जो Secret Annex में छिपे थे उनमें से एनी के पिता ही अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जो Concentration Camp से जिंदा वापस लौट कर आए थे। Concentration Camp से वापस लौट कर उन्हें जानकारी मिली कि उनकी पत्नी व दोनों बेटियां मर चुकी है।
- एनी की बड़ी बहन “Morget frank” ने भी एक डायरी लिखी थी लेकिन उसे कभी ढूंढा नहीं जा सका।
- Miep Gies फ्रेंड परिवार की काफी करीबी दोस्त थी। जब फ्रैंक व उसका परिवार “Secret Annex” में छिप कर रह रहे थे तब Miep अपनी जान जोखिम में डालकर फ्रैंक परिवार के लिए खाना वह जरूरत का सामान लेकर आती थी। जब Nazi ने फ्रैंक परिवार को गिरफ्तार कर लिया तब बाद में Miep वहां पड़ा सारा सामान उठा कर अपने घर ले लाई जिसमें एनी की लिखी डायरी भी थी। जब एनी के पिता कैंप से वापस लौटे तो Miep ने फ्रैंक की डायरी उन को सौंप दी। एनी के पिता ने वह डायरी प्रकाशित करा दी।
- जब तक एनी की डायरी, Miep के पास रही तब तक Miep ने उस डायरी का एक शब्द भी नहीं पड़ा था। डायरी छपने के बाद ही Miep ने उसे पढ़ा और कहा कि अगर मैंने वह डायरी Auto frank को देने से पहले पढ़ ली होती तो मैं उस डायरी को जला देती क्योंकि उस डायरी में, मेरा और मेरे पति का जिक्र किया गया था कि हमने “Secret Annex” मे छिपे यहूदियों की मदद की थी। इसकी वजह से Nazi द्वारा हमें मृत्यु दंड दिया जा सकता था।
- एनी के पिता ने एक बार पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि मेरे लिए यह डायरी पढ़ना बहुत मुश्किल हो रहा था क्योंकि दुख भरी यादें मुझ पर हावी हो रही थी। एनी की बातें पढ़ कर मुझे एहसास हुआ कि यह वह एनी नहीं है जिसे मैं अपनी बेटी के रूप में जानता था मुझे उस बच्ची के गहरे विचारों व जज्बातों का कोई अंदाजा नहीं था।
- वैसे तो एनी की फोटो इंटरनेट पर बहुत मिल जाएंगी, लेकिन एनी की असली फोटो की बात करें तो वह एक ही थी, जिसमें एनी 4 सेकंड के लिए नजर आती है। जिसमे एक बार एनी के पड़ोसी की शादी के लिए फोटो शूट हुआ था जिसमें एनी खिड़की से नए शादी शुदा जोड़े को देखने की कोशिश कर रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद यह फोटो उस शादीशुदा जोड़े ने “Anne frank Museme” को सौंप दी थी।
- नेलसन मंडेला जब जेल में थे तो उन्होंने एनी की डायरी पड़ी, जिससे उन्हें बहुत हिम्मत व आशा मिली थी। 1994 को मंडेला को “Anne frank foundation” की तरफ से “Humanity Award” दिया गया था।
- एक बात एनी की डायरी पढ़ने सेे मालूम हुई कि एनी की अपनी मां के साथ बहुत ज्यादा अच्छे रिश्ते नहीं थे। उनके बीच अक्सर झगड़े होते थे। एनी अपने पिता के ज्यादा करीब थी। जबकि बड़ी बहन मां के ज्यादा करीब थी।
- ऐसा माना जाता है कि एनी कि यह डायरी बाइबल के बाद दूसरी सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली किताब है। यह दुनिया की सबसे मशहूर डायरी है। जिसका 70 से भी ज्यादा भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
- Concentration Camp के दिनों में एनी को अचानक राह चलते उन के दो दोस्त Nanette Blitz और Hannah Goslar मिल जाते हैं और दोनों ही एनी के स्कूल के दिनों की दोस्त थी। जो “Holo caust” से जिंदा बची थी और आज वह दोनों 91 साल की है।
- आज तक यह पता नहीं चल पाया कि “Concentration Camp” में कब और किस दिन एनी की मृत्यु हुई थी। Dutch Authority का यह मानना है कि शायद मार्च के महीने के आखिरी में एनी और मार्गो दोनों बहनों की मृत्यु हो गई होगी। उस समय मार्गो 19 वर्ष की और एनी 15 वर्ष की थी।
- 15 अप्रैल 1945 को ब्रिटिश आर्मी ने यह कैंप आजाद करवा दिया था दुख की बात यह है कि एनी की मृत्यु इससे कुछ हफ्ते पहले ही हो गई थी।
- एनी एक जनरलिस्ट और मशहूर लेखक बनना चाहती थी। एनी अपनी जिंदगी में कुछ महान करना चाहती थी। 5 अप्रैल 1944 को अपनी डायरी में एनी ने लिखा कि “मैं उन औरतों जैसा जीवन जीने के बारे में सोच भी नहीं सकती जो अपना काम करती रह जाती हैं। और भुला दी जाती हैं। मैं इस तरह का जीवन नहीं जीना चाहती जैसा ज्यादातर लोग जीते हैं। मैं एक जीवन जीना चाहती हूं जिससे दूसरे लोगों को फायदा हो, उनको भी, जिन से मैं नहीं मिली। मैं मरने के बाद भी जीना चाहती हूं।“
अगर आज एनी यह देख पाए कि कितनी छोटी सी उम्र में उसने कितने लोगों को प्रभावित किया है तो शायद उसकी खुशी का कोई ठिकाना न रहे। एनी तुम ने कर दिखाया। तुम हमेशा जिंदा रहोगी ,जैसा कि तुम चाहती थी।
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