//Warren Buffett – American Investor, Business Tycoon, Philanthropist / वारेन बफेट
वारेन बफेट जीवनी - Warren Buffett biography in Hindi

Warren Buffett – American Investor, Business Tycoon, Philanthropist / वारेन बफेट

वारेन बफेट जीवनी – Warren Buffett biography in Hindi – वारेन बफेट का कहना है कि –“अगर आप उन चीजों को खरीदते हैं जिनकी आपको बिल्कुल भी जरूरत नहीं है तो शीघ्र ही आपको उन चीजों को बेचना पड़ेगा जिनकी आपको सबसे ज्यादा जरूरत है।”

 
वारेन बफेट(Warren Buffett) को “शेयर बाजार का जादूगर” भी कहा जाता है।
वह दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति और शेयर मार्केट के सबसे बड़े खिलाड़ी होने के बाद भी इतने चर्चित नहीं रहते हैं, जितने अपने जीवन शैली को लेकर रहते हैं। उनके जीवन शैली उन्हें अन्य सफल लोगों से अलग करती है। उन्होंने अपनी अधिकतर संपत्ति दान में दे दी है। आज भी अपने उसी घर में रहते हैं जो उन्होंने अपने शादी के बाद खरीदा था। वह हर जगह अपनी कार स्वयं चला कर ले जाते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए किसी को भी नहीं रखा है।
 
कुछ साल पहले दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति बिल गेट्स पहली बार वारेन बफेट (Warren Buffett) से मिले। बिल गेट्स ने वारेन बफेट से मिलने का समय आधे घंटे रखा था क्योंकि उन्हें वारेन बफेट का स्वभाव थोड़ा अलग लगता था और बिल गेट्स सोचते थे कि वारेन से ज्यादा बात बनने वाली नहीं है। लेकिन जब वह वारेन बफेट से मिले तो उनके मुरीद हो गए और वह आधे घंटे की मीटिंग 10 घंटे चली थी।
 
वारेन बफेट (Warren Buffett) का पूरा नाम “Warren Edward Buffett” है। उनका जन्म 30 अगस्त 1930 को अमेरिका के “Omaha” शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम “Oard buffet” और मां का नाम “Leela” था। उनके पिता भी शुरू से शेयर बाजार के कारोबारी थे। इसलिए बफिट को शुरू से ही बचत और निवेश की प्रेरणा मिलती रही ।
 
वारेन बफेट (Warren Buffett) के पिता बचपन से इन्हें “Fire ball” कहते थे क्योंकि छोटी सी उम्र में उन्होंने बहुत सारे छोटे-मोटे काम करके पैसे कमाए थे। उन्हें वारेन बफेट पर बहुत विश्वास था। अपनी सफलता का श्रेय वारेन बफेट अपने पिता को देते हैं। जब बच्चे खेल कूद कूद का आनंद ले रहे थे तब वारेन बफेट को बचपन में नंबर के साथ खेलना किताब पढ़ना और छोटे-मोटे व्यवसाय करना पसंद था और उन्हें इसमें मजा आता था।
 
जब वे 7 वर्ष के थे तब इन्होंने एक किताब “1000 way to make 1000$” पढ़ी। उस किताब में पिनबॉल मशीन द्वारा $1000 कमाने का तरीका था। उन्होंने यह देखा कि यह मशीन खरीदने में कितने रुपए लगेंगे और उस मशीन से मुनाफा कमाने में कितना समय लगेगा कितना होगा और उन्होंने अपने एक दोस्त की मदद से एक “Pin ball” मशीन खरीद कर एक नाई की दुकान पर रख दी ताकि जो लोग नाई की दुकान में अपनी बारी आने का इंतजार करेंगे वे इसका इस्तेमाल करेंगे। जैसे-जैसे इसे मुनाफा मिलता गया वह पैसा जोड़कर और पिनबॉल मशीन खरीदते गए और अलग-अलग नाइयों की दुकानों पर रखते रहे और बचपन में ही $1200 में यह मशीन बेच कर अपने व्यवसाय करने की क्षमता का उदाहरण दिया ।
 
जब वारेन बफेट 11 वर्ष के थे तब घर-घर जाकर उन्होंने न्यूज़पेपर, चिंगम, मैगज़ीन, कोकोकोला आदि बेचना शुरू किया और इससे वह $180 हर महीने कमा लेते थे। उन पैसों को कहीं ना कहीं जोड़ लेते थे। उन्होंने यह काम करके मात्र 14 साल की उम्र मे 40 एकड़ जमीन खरीद ली थी। अपने कॉलेज तक उन्होंने $80000 जोड़ लिए थे। अपने निवेश की सोच को और आगे बढ़ाते हुए उन्होंने इसी काम में अपना कैरियर बनाया।
 
वारेन बफेट (Warren Buffett) का मानना है कि वे आज जो भी हैैै उसका पूरा श्रेय “Benjamin Graham” को जाता है। बेंजामिन ग्राहम भी शेयर बाजार के खिलाड़ी थे और इन्हीं के यहां वारेन बुफेट ने 1200 $ प्रतिमाह पर काम किया था और शेयर बाजार के गुर सीखे थे । जब वारेन बुफेट कंपनी में नौकरी करने लगे और 2 वर्ष बाद बेंजामिन ग्राहम कंपनी से रिटायर हो गए और तभी वारेन बुफेट ने नौकरी छोोड़ दी और अपना काम शुरू किया।
 
अगले कुछ सालों में कई उतार-चढ़ाव के बाद वॉरेन बफेट अरबपतियों की गिनती में शामिल हो गए और आज दुनिया के तीसरे सबसे अमीर और अमेरिका के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। वारेन बुफेट आज 85 वर्ष की आयु में एक सफल निवेशक होने के साथ-साथ एक प्रेरणात्मक वक्ता भी हैै और वह 21वीं सदी के सबसे बड़े दानवीर माने गए हैं।
 
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