//Antoine Lavoisier – a French nobleman and chemist / एंटोनी लेवोज़ियर
एंटोनी लेवोज़ियर जीवनी Antoine Lavoisier biography in hindi

Antoine Lavoisier – a French nobleman and chemist / एंटोनी लेवोज़ियर

एंटोनी लेवोज़ियर जीवनी Antoine Lavoisier biography in hindi – एंटोनि लिवेसियर “फादर आफ मॉडर्न केमेस्ट्री” के नाम से मशहूर वैज्ञानिक है। इन का जन्म 26 अगस्त 1743 को फ्रांस के प्रसिद्ध शहर “पेरिस” के एक धनी परिवार में हुआ था। इनके पिता “पार्लियामेंट ऑफ पेरिस” में अटर्नी थे। जब इनकी उम्र 5 साल की थी तब इनकी मां की मौत हो गई थी। लिवेसियर ने 1754 को 11 वर्ष की उम्र में अपनी स्कूली शिक्षा की शुरुआत पेरिस के “मेसरीन” नामक कॉलेज से की। अपनी स्कूली शिक्षा के आखिरी के 2 सालों में विज्ञान की तरफ उनकी रुचि बढ़ने लगी और उन्होंने केमिस्ट्री, बॉटनी, एस्ट्रोनॉमी और मैथमेटिक्स की पढ़ाई जमकर की

कहते हैं ना हर इंसान की जिंदगी में एक बंदा ऐसा जरूर आता है, जो उसकी पूरी जिंदगी को प्रभावित कर जाता है। कुछ ऐसा ही लिवेसियर साथ हुआ क्या हुआ। जब वह विख्यात गणितज्ञ और रचनात्मक खगोलशास्त्री “निकोलस” के संरक्षण में आए उन्होंने नौजवान लिवेसियर के अंदर “अंतरिक्ष विज्ञान संबंधी अन्वेषण” का ऐसा उत्साह और जज्बा पैदा कर दिया जो पूरी जिंदगी उनके अंदर मौजूद रहा। इसके बाद उन्होंने लॉ स्कूल में दाखिला लिया और 1763 में उन्होंने लॉ में बैचलर डिग्री प्राप्त कर ली। 1764 में उन्हें लाइसेंस भी प्रदान कर दिया गया। लाइसेंस के मिलने के बाद वह “बार” में भी शामिल हो गए परंतु उन्होंने वकील की तरह कभी प्रैक्टिस नहीं की गई। उन्होंने अपने खाली समय का सदुपयोग अपने वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ाने में किया। लिवेसियर पी ए मेकर की “डिक्शनरी ऑफ केमिस्ट्री” पर मोहित थे और 18वीं सदी के प्रमुख फ्रांसीसी शिक्षाविद से काफी प्रभावित थे, इसी वजह से ही इनके अंदर “रसायन शास्त्र” को लेकर एक उत्साह और जुनून था।

लिवेसियर का पहला केमिकल पब्लिकेशन 1764 में प्रकाशित हुआ। 1768 में इन्हें “एकेडमी ऑफ साइंस” की तरफ से प्रोविजनल अपॉइंटमेंट प्राप्त हुआ और 1769 में उन्होंने फ्रांस के पहले जोलॉजिकल मैप के ऊपर काम किया। लिवेसियर एक मानव प्रेमी थे वह अपने देश के लोगों के लिए हमेशा दिल से फिक्र मत रहते थे और कृषि, उद्योग तथा विज्ञान के माध्यम से हमेशा लोगों के जीवन को बेहतर करने के लिए प्रयासरत रहते थे। लिवेसियर विज्ञान के क्षेत्र में अपने योगदानओ के लिए प्रसिद्ध है। बस समाज के उत्थान के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कामों को नकारा नहीं जा सकता। वह वायु की गुणवत्ता को बनाए रखने में भी रुचि रखते थे इसीलिए उन्होंने गन पाउडर के उपयोग से होने वाले, दुष्प्रभाव के ऊपर एक अध्ययन किया।

उस समय पेरिस के जेलों में बंद कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार होता था और उन्हें ना रहने योग्य कमरों में रखा जाता था। लिवेसियर ने 1780 और 1791 में कैदियों के हाइजीन के ऊपर होने वाली जांच में भाग लिया और उनके लिविंग कंडीशन को बेहतर करने के लिए अपनी राय रखी है जिसे पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया था। लिवेसियर का मत था की शिक्षा की जड़े, वैज्ञानिक सुशीलता और इंसानियत से प्यार में छुपी है। और इसी ने उन्हें एक फुल टाइम साइंटिस्ट के तौर पर काम करने के योग्य बनाया है और उन्हें एक आरामदायक जीवन जीने मे सक्षम बनाया जिससे वह एक बेहतर समाज निर्माण में अपना योगदान दे पाए।

लिवेसियर अपने धन का उपयोग फ्रांस में इच्छुक नए वैज्ञानिकों के लिए एक “विशाल और सुविधा संपन्न प्रयोगशाला” खोलने में किया। उन्होंने अपनी क्षमता का इस्तेमाल पब्लिक एजुकेशन को बेहतर करने में भी किया। लिवेसियर ने 1771 में 28 वर्ष की आयु में 13 वर्षीय “मैरी एंड पैरी बाउल्स” से विवाह कर लिया, जो उनके वैज्ञानिक कामों में उनकी सहायता करती थी।

तंबाकू के उत्पादन आयात और विक्रय पर किसानों के जनरल का एकाधिकार था और तंबाकू पर टैक्स से प्राप्त जो रिवेन्यू प्राप्त होता था, वह रकम लगभग 30 मिलियन लीबस दिवस थी। स्मगलिंग से आए हुए और मिलावट किए हुए तंबाकू के ब्लैक मार्केट के माध्यम से बाजार में आने से यह रिवेन्यू घटने लगी लिवेसियर ने इस मिलावट को रोकने के लिए एक पद्धति खोज निकाली। उन्होंने देखा कि पानी और डस्ट की थोड़ी सी मात्रा को तंबाकू में मिला देने से तंबाकू का स्वाद और महक बेहतर हो जाता है और उन्होंने यह भी ज्ञात किया कि तंबाकू में ज्यादा पानी मिला देने पर “किन वन प्रक्रिया” के फल स्वरुप उसका आर्डर खराब हो जाता है। लिवेसियर की सलाह पर फार्मर जनरल के कारखानों में 6.3% पानी तंबाकू में मिलाया जाने लगा। पानी की इस विशेष मात्रा वाले तंबाकू के बाजार में आने से तंबाकू की कालाबाजारी पर अंकुश लगा, परंतु इससे रिटेलर्स के मुनाफे में कुछ कमी आई जिससे रिटेलर्स के अंदर लिवेसियर के लिए क्रोध पैदा हुआ, जिसने “फ्रांसीसी क्रांति” के समय इसका असर दिखा।

लिवेसियर ने ज्ञात किया कि किसी भी चीज के जलने में ऑक्सीजन एक की सब्सटेंस है। उन्होंने कई तत्वों को एक साथ मिलाकर यह उन्होंने साबित किया कि रेस्पिरेशन, कंबशन का ही एक रूप है। लिवेसियर ही वह वैज्ञानिक है जिन्होंने हमें बताया कि “सल्फर” एक तत्व है और “हीरा” कार्बन का ही एक रूप है। इन्होंने ही केमिस्ट्री के ऊपर सबसे पहली मॉडर्न टेक्स्ट बुक लिखी जिसका अंग्रेजी अनुवाद “एलिमेंट्री प्रपीस ऑफ केमिस्ट्री” है।

इस अच्छे इंसान और महान वैज्ञानिक की फ्रांस के लोगों ने कद्र नहीं की। 1793 उन्हें देशद्रोही के तौर पर बदनाम किया गया। देश के तंबाकू में पानी की मिलावट के माध्यम से, फ्रांस और फ्रांस के लोगों का धन लूटने का आरोप उनके ऊपर लगाया गया। इसे झूठे आरोप को आधार बनाकर 8 मई 1794 ईस्वी को 50 वर्ष की आयु में इस महान वैज्ञानिक और उनके फादर इन लॉ और 26 फार्म मेंबर्स के साथ इनके सर को, इनके तन से जुदा कर दिया गया। इस घटना के डेढ़ साल गुजरने के बाद ही अर्थात 1795 के अंत तक फ्रांसीसी सरकार ने इनके मरणोपरांत ने सभी आरोपों से मुक्त करते हुए इन्हें निर्दोष घोषित कर दिया। लिवेसियर का नाम फ्रांस के 72 महान साइंटिस्ट इंजीनियर और मैथमेटिशियंस के साथ “एफिल टावर” में लिखा गया है।