श्वेता तिवारी जीवनी – Shweta Tiwari biography in hindi – “चाहतों के सफर में, दिलों के हौसले
देखो, जो अक्सर टूट जाते थे,
कभी आंसू बहाते थे, फिर भी मुस्कुराते,
इंतेहा हर घड़ी की,
कसौटी श्वेता तिवारी की।”
श्वेता का जन्म 4 अक्टूबर 1980 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में हुआ था। श्वेता के परिवार में पिता “अशोक तिवारी” और मां “निर्मला तिवारी” है। श्वेता के एक छोटे भाई “वैभव तिवारी” भी है। श्वेता जब छोटी थी तब उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया। मुंबई के “St. Isabels Mazegaon High School” से श्वेता ने अपनी शिक्षा की और “Burhanis Collage Mazegaon” से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। अपने सपने को पूरा करने के लिए इस अभिनेत्री ने 12 वर्ष की उम्र में ₹500 मासिक वेतन पर एक ट्रैवल एजेंसी में काम करना शुरू कर दिया था। स्कूल और कॉलेज के दौरान ही श्वेता को एक्टिंग करने की धुन सवार थी । कई सारे स्कूल के प्ले मे श्वेता ने हिस्सा लिया था।
1988 में श्वेता को उनका पहला ब्रेक “दूरदर्शन” पर आने वाला शो “कलीरे” से मिला, जो एकता के प्रोडक्शन हाउस “बालाजी टेलीफिल्म्स” का था। हालांकि श्वेता का किरदार मुख्य भूमिका में नहीं था फिर भी उन के अभिनय को सराहना मिली।
अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही श्वेता की मुलाकात एक पार्टी में एक भोजपुरी एक्टर और प्रोड्यूसर “राजा चौधरी” से हुई । कुछ महीनों की दोस्ती में श्वेता ने राजा चौधरी से 1999 में शादी कर ली, तब श्वेता सिर्फ 19 साल की थी। श्वेता के माता-पिता श्वेता की शादी से राजी नहीं थे परंतु श्वेता राजा के प्यार में पूरी तरह से डूब चुकी थी। वर्ष 2000 में उनके घर नन्ही “पलक” ने जन्म लिया। श्वेता के जीवन में सब ठीक चल रहा था।
बालाजी के एक और सुपरहिट शो “कहीं किसी रोज” में श्वेता फिर नजर आई थी। इस शो मे वह अपना किरदार हितेश तेजवानी के साथ निभा रही थी। फिर क्या था, श्वेता की मेहनत और उनके टैलेंट ने श्वेता की किस्मत के सितारे चमका दिए। श्वेता जहां अब तक बालाजी के शो में सपोर्टिंग रोल कर रही थी वही उन्हें बालाजी के शो “कसौटी जिंदगी की” में मुख्य भूमिका मिली। श्वेता “प्रेरणा शर्मा” के किरदार में नजर आई और रातों-रात वह हर घर का हिस्सा बन गई। शो में उनके साथ “सिजैन खान” थे जो “अनुराग बासु” के किरदार में थे। दोनों की बीच की केमिस्ट्री लाजवाब रही । इस धारावाहिक में इन दोनों के अभिनय को दर्शकों ने खूब पसंद किया। श्वेता की सुजैन खान के साथ उनकी जोड़ी राजा बर्दाश्त नहीं कर सके और वह श्वेता से लड़ते झगड़ते रहते थे और उनके सेट पर आकर श्वेता से बदतमीजी भी करते थे। राजा को यह लगने लगा था कि श्वेता और सिजैन के बीच प्रोफेशनल रिलेशनशिप से ज्यादा कुछ और भी है। श्वेता और राजा की शादीशुदा जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव आने लगे थे । यह भी बताया जाता है कि श्वेता ने राजा से तंग आकर अलग होने का फैसला ले लिया था। अपने रिश्ते को फिर से एक मौका देने के लिए श्वेता ने, “नच बलिए टू” में राजा के साथ हिस्सा लिया। दोनों के बीच की केमिस्ट्री देखकर लगा कि उन दोनों के बीच सब कुछ ठीक चल रहा है। पर अफसोस शो के खत्म होते ही दोनों के झगड़ों की खबर फिर मीडिया में आने लगी और राजा श्वेता को मारने पीटने लगे। शराब के नशे में धुत राजा अपनी बेटी पलक को भी मारते थे। तब श्वेता ने भी अपने रिश्ते को तोड़ना ही ठीक समझा।
2007 में श्वेता राजा से अलग हो गई। प्रॉपर्टी के कुछ मसले की वजह से ऑफिशियल डिवोर्स इनका 2012 में हुआ। अब श्वेता ने अपना फोकस सिर्फ अपने कैरियर पर रखा। कई सारी भोजपुरी सुपरहिट फिल्मों में भी श्वेता नजर आई। फिर “बिग बॉस सीजन 4” में सलमान खान ने पहली बार होस्ट किया था। श्वेता के साथ घर में डाली बिंद्रा थी, जिससे उनका झगड़ा काफी वायरल हुआ था। डॉली बिंद्रा राजा चौधरी की खास दोस्त थी। श्वेता इस सीजन की विनर बनी और उन्हें इनाम में एक करोड़ रुपया भी मिला।
फिर श्वेता की मुलाकात “अभिनव कोहली” से हुई। सीरियल “जाने क्या बात हुई” के सेट पर लगभग 3 साल एक दूसरे को डेट करने के बाद श्वेता ने अभिनव से शादी की। श्वेता के जीवन में सब कुछ कुशल मंगल था। शादी के कुछ साल बाद श्वेता और अभिनव की जिंदगी में उन दोनों के बेटे “रियांश” ने जन्म लिया।
उसने प्रेगनेंसी के बाद श्वेता ने अपने करियर को फिर से शुरू किया। वह परवरिश, बालवीर, झलक दिखला जा और सीजन सिक्स में नज़र आई। फिर श्वेता तिवारी को “बेगूसराय” सीरियल मिली और वह इस धारावाहिक से घर-घर में मशहूर हो गई।
बेगूसराय धारावाहिक में वह “बिंदिया के किरदार” में नजर आई , यह धारावाहिक बहुत मशहूर रहा। लोगों ने श्वेता को इस नए अवतार में पसंद किया। फिर अचानक श्वेता और अभिनव के रिश्ते में आई दरार की खबर आई । श्वेता ने अभिनव के खिलाफ पुलिस में “डोमेस्टिक वायलेंस” और “हैरेसमेंट” का केस किया था। पुलिस ने अभिनव को कस्टडी में लिया था। बताया जाता है कि अभिनव श्वेता की बेटी पलक के साथ बदसलूकी करता था और पलक को गंदे और उन्हें उल्टे सीधे चित्र दिखाता था ।
श्वेता और अभिनव के बीच तब से परेशानी होने लगी, जब अभिनव अपने पिता की मृत्यु के बाद अपनी मां के साथ रहने बेंगलुरु चले गए और वह रेयांश से मिलने कभी-कभी आते थे। एक बार फिर श्वेता की जिंदगी का तमाशा हुआ। परंतु श्वेता ने अपने हौसले बुलंद रखें। बिना यह सोचे कि लोग क्या कहेंगे श्वेता ने अपनी बेटी के साथ दिया और अपनी दूसरी शादी को खत्म किया। फिर श्वेता “वरुण बडोला” के साथ सीरियल “दुल्हन मेरे डैड की” में नजर आई।
श्वेता काम से ज्यादा निजी जीवन के चलते सुर्खियों में रहती है। वह एक बेहतरीन कलाकार है और श्वेता तिवारी अपनी परेशानी के बीच चट्टान बनकर खड़ी रही, जिस पर अपनी बेटी की जिम्मेदारी थी और श्वेता ने उस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।
श्वेता की जिंदगी हर वो लड़की के लिए मिसाल है जो खुद के साथ गलत बर्दाश्त करके बस यह सोच कर चुप हो जाते हैं कि लोग क्या कहेंगे।
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