Ayodhya Ram mandir history in hindi – हिंदू धर्म में भगवान राम सबसे पूजनीय भगवानों में से एक हैं। भगवान राम का जन्म अयोध्या राज्य में हुआ था ।
सोलवीं शताब्दी के आसपास “मीर बाकी” द्वारा एक मस्जिद बनाई गई थी। मीर बाकी “बाबर “का एक आर्मी जनरल था।
इसी मस्जिद को आगे चलकर “बाबरी मस्जिद “का नाम दिया गया।
अयोध्या उत्तर प्रदेश की के पूर्वी हिस्से में स्थित है । यह सरयू नदी के किनारे फैजाबाद के निकट बसा है।
मस्जिद में मुसलमान अंदर जाकर इबादत करते थे और हिंदू जन्मभूमि के बाहर बने चबूतरे पर ,पूजा करते थे। जिसे “राम चबूतरा” कहा जाता है 1885 में महंत रघुवर दास ने, फैजाबाद के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक अर्जी लगाई, कि राम चबूतरे पर एक मंदिर बनाने दिया जाए।
जज ने मना कर दिया क्योंकि मस्जिद बने हुए 350 वर्ष बीत गए थे।
22 दिसंबर 1949 को कुछ हिंदुओं ने अंदर घुसकर उस स्थान पर मूर्तियां रख दी और कहा—- कि यहां पर रामलला की मूर्ति प्रकट हुई है।
और वहां ताला लगा दिया गया।
इसके बाद कहीं संगठन सामने आए और कहा इस जगह का नियंत्रण हमें दिया जाए
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कहा –यहां से मूर्ति हटाई जाए। हिंदुओं को का पूजा का अधिकार ना दिया जाए और इस जगह का नियंत्रण हमें दिया जाए।
1984 में अचानक यह मामला अचानक सामने आया कि राजनीतिक तौर पर, यहां मंदिर बनाना चाहिए ।
1986 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी व कांग्रेस ने हिंदुओं को खुश करने के लिए इस मंदिर के ताले खुलवा दिए ।
23 अक्टूबर को लालकृष्ण आडवाणी जी को गिरफ्तार कर लिया गया।
उत्तर प्रदेश की सरकार ने 2.77 एकड़ की जमीन को अपने अधिकार में ले लिया और “राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट” को दे दी गई।
पधानमंत्री नरसिंह राव को कई प्रभावशाली व्यक्तियों ने कहा — कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर के, कल्याण सिंह की सरकार को ,बर्खास्त कर दिया जाए ।
लेकिन कल्याण सिंह ने आश्वासन दिया कि कुछ भी अनुचित नहीं होगा और स्थाई रूप से इस “विवादित स्थल” पर कोई कुछ भी नहीं बना सकेगा।
बाबरी मस्जिद के गिरते ही पूरे देश में दंगे शुरू हो गए।
यह ना केवल भारत में, अपितु पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी दंगे बढ़ गए ।वहां कई मंदिर तोड़े गए और हिंदुओं को जान से मारा गया ।
मार्च 1993 में भारत में लगातार कई बम धमाके हुए ।कहा जाता है कि यह बम धमाके बाबरी मस्जिद का बदला लेने के लिए किए गए थे।
2003 में इलाहाबाद कोर्ट ने “भूगर्भ शास्त्रियों द्वारा इस विवादित ढांचे की खुदाई कर यह पता लगाने के लिए कहा कि यहां पर पहले मंदिर था या नहीं ।
खुदाई करने पर यहां लगभग 50 खंबे मिले जिसमें हिंदू धर्म के चिन्ह या यक्ष बने हुए थे ।ऐसे- ऐसे पत्थर मिले जिसमें देवनागरी लिपि में लिखा हुआ था। यहां दो कब्र भी मिली ।उन कब्र में क्या था ,यह पता नहीं चल सका ।
- पहला हिस्सा रामलला को दिया जाए जिसे” राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट “को सौंप दिया गया
- “निर्मोही अखाड़े” को सीता रसोई और राम चबूतरा दिया गया और
- “सुन्नी वक्फ बोर्ड” को बाकी जगह दे दी गई ।
इस फैसले से तीनों पार्टी ही नाराज हो गई और तीनों ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की और अगस्त 2017 को इसकी सुनवाई शुरू हो गई
बाबरी मस्जिद इतना बड़ा मुद्दा क्यों है?
इसके कई कारण है-
- इस मुद्दे ने भारत की एकता व अखंडता को चुनौती दे दी। भारत का सामाजिक सौहार्द्र खराब हो गया था।
- भारत पर कई आतंकी हमले हुए जिसका कारण बाबरी मस्जिद का माना जाता है ।
- भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है ।भारत में कानून को माना जाता है।
- मस्जिद ढहने से देश की निंदा हुई ।
मंदिर या मस्जिद बनाना सरकार का कार्य नहीं है भारत एक लोकतंत्र है ।यहां न्याय व्यवस्था को मानना जरूरी है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन आवंटित की।
एक ट्रस्ट “श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र” के नाम से बनाया गया। यह अयोध्या में भगवान श्री राम की जन्म स्थली पर भव्य और दिव्य, श्री राम मंदिर के निर्माण व उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।
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Jai shree Ram…..nice article…
राम मंदिर के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी यह लेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा साझा करने के लिए धन्यवाद